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Monday, July 31, 2017

नीतीश ने दिया बड़ा बयान, कहा- 2019 में मोदी से मुकाबला करनेवाला देश में दूसरा कद्दावर नेता नहीं


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार सोमवार को पहली बार मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अपनी बात कही थी. मैंने महागठबंधन सरकार चलाने की पूरी कोशिश की, लेकिन नहीं चल पायी. इसकारण गठबंधन तोड़ने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा था. मध्यावधि चुनाव बिहार के हित में नहीं था. इसलिए बिहार के हित में जो भी सही था, मैंने किया. नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने राजद के आरोपित नेता को बस इतना कहा था कि जो भी आरोप लगे हैं, जनता के सामने स्पष्टीकरण दे दीजिए. इस मुद्दे पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी कुछ साफ नहीं किया. लालू जी भी तेजस्वी यादव पर कुछ नहीं बोले.

मुख्यमंत्री से जब पूछा गया कि क्या आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नेता मानते हैं. वर्ष 2019 में उन्हें आप साथ देंगे? इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज की तारीख में नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने की क्षमता देश के किसी दूसरे नेता में नहीं है और न ही कोई उनके मुकाबले कोई खड़ा नजर आ रहा है. नीतीश के बयान को विपक्ष पर हमले की नजर से देखा जा रहा है, जो महागठबंधन बनाकर भाजपा के खिलाफ वर्ष 2019 में चुनाव लड़ने की तैयारी में है.

लालू परिवार पर कहा, कानून अपना काम करेगा

राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनके परिवार पर ईडी, आयकर और सीबीआई की कार्रवाई पर नीतीश कुमार ने कहा कि सीबीआई रेड के बाद मैंने कई बार लालू यादव से बात की. इस पर लालू यादव ने भाजपा को नया पार्टनर मिलने की बात कहते हुए शुक्रिया कहा, जिसका गलत संदेश जनता के बीच गया.

तेजस्वी को स्पष्टीकरण देने की बात कही 

नीतीश कुमार ने कहा कि कैबिनेट की मीटिंग के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव मिले थे. करीब 40 मिनट हुई बातचीत के दौरान 'तेजस्वी ने मुझसे पूछा कि आप ही बता दें कि क्या सफाई दूं. मैंने उनसे तथ्यों के साथ स्पष्टीकरण देने को कहा, लेकिन ऐसा लगा कि उनके पास स्पष्टीकरण देने के लिए कुछ नहीं था. शायद वह स्पष्टीकरण देने की स्थिति में नहीं थे.' तेजस्वी यादव भ्रष्टाचार के लगे आरोपों पर जो सफाई दी, वह जनता को संतुष्ट नहीं कर पायी. उनका यह कहना कि मेरे ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप उसवक्त के हैं, जब मैं नाबालिग था. यह तर्क उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए समझा जा सकता है, लेकिन आम जनता के लिए नहीं. जब मुझे लगा कि इनके पास स्पष्टीकरण के लिए तथ्य नहीं है और राजद सुप्रीमो भी स्थिति स्पष्ट नहीं कर रहे हैं, तब मैंने तय किया कि मैं महागठबंधन की सरकार नहीं चला सकता. पार्टी विधायकों के समर्थन से ही मैंने इस्तीफा देने का मन बनाया. हालांकि, इस्तीफा देने से पहले मैंने लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस के प्रभारी सीपी जोशी से बात कर सारी बातें स्पष्ट कर दीं. इस्तीफे के बाद भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मुझसे संपर्क साधा और सरकार चलाने के लिए समर्थन देने व सरकार में शामिल होने का आश्वासन दिया. इसके बाद मैंने राज्यपाल के पास विधायकों की सूची सौंपी, जिसके बाद मुझे सरकार बनाने के लिए बुलाया गया.

नीतीश सरकार के खिलाफ पटना हाइकोर्ट में दायर याचिका खारिज


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। बिहार में हाल में बदले राजनीतिक समीकरण और एनडीए के साथ मिलकर नीतीश कुमार द्वारा सरकार बनाये जाने के खिलाफ पटना हाइकोर्ट में दायर याचिका खारिज हो गयी. सोमवार को सरोज यादव की ओर से दायर की गयी याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायमूर्ति राजेंद्र मेनन की खंडपीठ ने कहा कि यह संवैधानिक प्रक्रिया है. कोर्ट ने बोमई केस का हवाला देते हुए कोर्ट द्वारा हस्तक्षेप करने से मना कर दिया. इससे पूर्व कोर्ट ने 28 जुलाई को राजद की ओर से दायर इस याचिका को मंजूर कर लिया था.

सरकार गठन के खिलाफ दायर इस याचिका में कहा गया था कि वह नीतीश सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती देंगे. याचिका में नीतीश कुमार के साथ राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी पर भी नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाया गया था. हाल में सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है और सरकार के मंत्री अपने-अपने कार्यालय जाकर सोमवार से पदभार भी संभाल रहे हैं. विश्वासमत के दौरान सरकार के पक्ष में 131 मत पड़े थे, जबकि दूसरी ओर महागठबंधन को 108 मत मिले थे.

राजद की ओर से इस मसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील से भी बात की गयी है. राजद ने अपनी याचिका में यह भी कहा था कि वह बड़ी पार्टी थी और राज्यपाल को सरकार बनाने के लिए उन्हें निमंत्रित करना चाहिए था. उधर, आज नयी सरकार में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने कार्यालय में जाकर पदभार ग्रहण किया.

Sunday, July 30, 2017

खगड़िया: कोसी में बहे 4 किशोर, एक शव मिला, दूसरे की तलाश जारी


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

मोरकाही क्षेत्र के कठौतिया घाट पर रविवार को कोसी की उपधारा में स्नान के दौरान चार किशोर बह गये। इनमें से दो की मौत हो  हो गई। दोनों ही रसौक गांव के रहने वाले थे। ग्रामीणों के सहयोग से गाजो साह के 14 बेटे वर्षीय गौरव कुमार के शव को बरामद कर लिया गया है। जबकि पूसो चौरसिया की 13 वर्षीया बेटी पूजा कुमारी की की खोजबीन जारी है।

लाश खोजने में एसडीआरएफ की टीम जुटी हुई है। घटना के बाद मृतक के परिजनों का बुरा हाल है। रसौंक के गौरव कुमार व पूजा कुमारी अपने दो साथियों के साथ नहाने गए थे। नहाने के दौरान पैर फिसलने से चारो पानी में डूबने लगे। इन चारों को डूबते देख घाट पर मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें बचाने की कोशिश की।

ग्रामीणों के प्रयास से राजो साह के बेटे सिकंदर कुमार व हरिलाल सदा के पुत्र दिलखुश कुमार को सही सलामत निकाल लिया गया। गौरव को भी लोगों ने नदी से निकाल लिया था, लेकिन अधिक पानी पी लेने के कारण उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने पूजा की लाश को खोजने की काफी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली।

मुंगेर में 32 अर्द्धनिर्मित पिस्टल बरामद, दो तस्कर गिरफ्तार


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

मुंगेर के बरियारपुर पुलिस ने दो हथियार तस्करों को 32 अर्द्धनिर्मित पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया है।

बरियारपुर पुलिस ने रविवार को दो हथियार तस्करों को 32 अर्द्धनिर्मित पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया है। अर्द्धनिर्मित पिस्टल पश्चिम बंगाल से लाई गईं थी। गिरफ्तार तस्करों में एक मो. अफरोज पश्चिम बंगाल का और दूसरा मो. जुबैद मुंगेर का रहने वाला बताया गया है।

एसपी आषीश भारती ने बरियारपुर थाने में बताया कि पश्चिम बंगाल से हथियार लाये जाने की सूचना पर बरियारपुर थानाध्यक्ष राकेश कुमार और जमालपुर थानाध्यक्ष विश्वबंधु के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। पुलिस की टीम ने बरियारपुर पुराना थाना भवन के समीप हथियार तस्कर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। पश्चिम बंगाल का मो. अफरोज एक ई-रिक्शा पर मो. जुबैर को हथियार की डिलीवरी दे रहा था। दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने ई-रिक्शा को भी जब्त कर लिया है।

Saturday, July 29, 2017

नीतीश ने किया अपने मंत्रिमंडल का विस्तार इस प्रकार


पटना, सनाउल हक़ चंचल

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्वास मत हासिल करने के एक दिन बाद आज 26 मंत्रियों को शामिल करते हुए अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया।  राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने इन मंत्रियों को राजभवन के राजेन्द्र मंडपम में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इन 26 मंत्रियों में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के 14, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 11 और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के एक मंत्री शामिल है।

पढ़ें किस-किस विधायक ने ली मंत्री पद की शपथ :

1: विजेंद्र प्रसाद यादव ने ली शपथ। सुपौल से जेडीयू विधायक है। साल 2000 से लगातार विधायक है। पिछली सरकार में भी थे मंत्री।
2: प्रेम कुमार ने ली शपथ। ये अति पिछड़ा वर्ग से आते हैं। गया से बीजेपी के विधायक है। सात बार विधायक रह चुके हैं।
3: ललन सिंह ने ली शपथ, नीतीश सरकार में पहले PWD मंत्री थे। लोकसभा और राज्यसभा सांसद रहे चुके हैं।
4: बीजेपी के विधायक नंद किशोर यादव ने ली शपथ। PWD, स्वास्थ और पर्यटन मंत्री रह चुके हैं। 
5: श्रवण कुमार ने ली शपथ। नालंदा से जेडीयू के विधायक। पहले ग्रामीण विकास मंत्री थे।
6: रामनारायण मंडल ने ली शपथ। बीजेपी के बांका से हैं विधायक। पार्टी के बिहार से वाइस प्रेसिडेंट।
7: जय कुमार सिंह ने ली शपथ। दिनारा से जदयू विधायक हैं। नीतीश सरकार में उद्योग मंत्री थे।
8: प्रमोद कुमार ने ली शपथ। पूर्वी चंपारण से बीजेपी विधायक हैं। एबीवीपी और आरएसएस भी जुड़े रहे हैं।
9: कृष्णनंदन वर्मा ने ली थी। घोसी से जेडीयू विधायक। महागठबंधन सरकार में PHED मंत्री थे।
10: महेश्वर हजारी ने ली शपथ। कल्याणपुर से है जेडीयू विधायक। पहले नगर विकास व आवास मंत्री थे।
11: विनोद नारायण झा ने ली शपथ। बिहार बीजेपी के प्रवक्ता। बीजेपी से एमएलसी हैं।
12:शैलेश कुमार ने ली शपथ। जमालपुर से जेडीयू विधायक हैं। महागठबंधन सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री थे। 
13: सुरेश शर्मा ने ली शपथ। मुजफ्फरपुर से बीजेपी विधायक हैं। 2010 में पहली बार बने थे विधायक।
14: कुमारी मंजू वर्मा ने ली शपथ। चेरिया बरियारपुर से जेडीयू विधायक। महागठबंधन सरकार में सामाजिक कल्याण मंत्रालय का मिला था प्रभार। 
15: विजय कुमार सिन्हा ने ली शपथ। लखीसराय से हैं बीजेपी विधायक। पहली बार बने मंत्री।
16:संतोष निराला ने ली शपथ। राजपुर (बक्सर) से जेडीयू विधायक। महागठबंधन सरकार में भी थे मंत्री। 
17: राणा रणधीर ने ली शपथ। मधुबन से बीजेपी विधायक।
18:  खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद ने ली शपथ। सिकटा से जेडीयू विधायक। महागठबंधन सरकार में भी थे मंत्री। 
19: विनोद कुमार सिंह ने ली शपथ। प्राणपुर से बीजेपी विधायक।
20: मदन सहनी ने ली शपथ। खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री थे। 
21:कृष्ण कुमार ऋषि ने ली शपथ। बनमनखी से बीजेपी विधायक हैं।
22:कपिल देव कामत ने ली शपथ। बाबूबरही से है जेडीयू विधायक।
23:दिनेश यादव ने ली शपथ। सिमरी बख्तियारपुर से हैं जेडीयू विधायक।
24:रमेश ऋषि देव ने ली शपथ। जेडीयू विधायक।
25: ब्रज किशोर बिंद ने ली शपथ। चैनपुर से बीजेपी विधायक।
26: पशुपति कुमार पारस ने ली शपथ। एलजेपी के विधायक।

Wednesday, July 26, 2017

दो दिन में नीतीश को सदन में साबित करना है बहुमत, बिहार के राज्यपाल के फैसले के खिलाफ तेजस्वी यादव ने कहा- 'अदालत जायेंगे'


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना : बिहार विधानसभा में एकमात्र सबसे बड़ी पार्टी राजद से पहले नीतीश कुमार को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किये जाने पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए गुरुवार को तेजस्वी यादव ने बिहार के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मुलाकात की. वहीं, राज्यपाल ने नीतीश कुमार से शपथ लेने के बाद दो दिन के भीतर विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने को कहा है.

नीतीश कुमार की बुधवार रात राज्यपाल के साथ मुलाकात के बाद तेजस्वी याव राजद के कुछ विधायकों और नेताओं को लेकर राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मिलने राजभवन गये. उन्होंने मुलाकात के बाद कहा, ' 'एकमात्र सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते राजद को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए. हम कानूनी सलाह ले रहे हैं और राज्यपाल के फैसले के खिलाफ हम अदालत जायेंगे.' ' उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने महागठबंधन को पांच साल तक सरकार चलाने का जनादेश दिया था. नीतीश कुमार ने इस जनादेश के साथ 'विश्वासघात' किया है.

उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के खिलाफ पूरे सूबे में विरोध प्रदर्शन होंगे और 'उनका बाहर कहीं जाना मुश्किल हो जायेगा.' तेजस्वी ने दावा किया कि उनके पास अधिकतर जदयू विधायकों का समर्थन है. उन्होंने कहा, 'मुझे यकीन है कि सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्ध जदयू के अधिकतर विधायक शक्तिपरीक्षण में सरकार के खिलाफ मतदान करेंगे.' तेजस्वी ने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें बताया कि उन्होंने पहले ही नीतीश कुमार को सरकार बनाने के लिए निमंत्रण दे दिया है और अब निमंत्रण पत्र को वापस लेना संभव नहीं है.

बैठक में तेजस्वी के साथ उनके भाई तेजप्रताप यादव, पार्टी के वरिष्ठ नेता- अब्दुल बारी सिद्दीकी, रघुवंश प्रसाद सिंह, जगदानंद सिंह और पार्टी प्रवक्ता मनोज झा मौजूद थे.

उन्होंने नीतीश कुमार के इस्तीफे को उनके और राजग के बीच एक 'पूर्व नियोजित षडयंत्र' करार दिया. इन्होंने शपथ ग्रहण समारोह को शाम पांच बजे के बजाय सुबह दस बजे कराने पर भी सवाल उठाया.

बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने कहा, 'यह पूरा नाटक पूर्व नियोजित था और नीतीश कुमार के लिए तेजस्वी महज एक बहाना था, ताकि वह भाजपा के साथ जा सकें.'

ब्रेकिंग: छठी बार बिहार के सीएम बने नीतीश कुमार, सुशील मोदी ने ली Dy CM की शपथ



पटना, सनाउल हक़ चंचल-

बिहार के मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार, सुशील मोदी ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ

महागठबंधन सरकार से इस्तीफा देने के बाद गुरुवार को नीतीश कुमार ने राज्य में छठी बार बतौर सीएम पद की शपथ ली। उनके अलावा बीजेपी नेता सुशील मोदी डिप्टी सीएम बने। बिहार के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने दोनों को शपथ दिलाई। इससे पहले कहा जा रहा था कि समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल हो सकते हैं। वहीं, केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अनिल जैन शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए सुबह की फ्लाइट से पटना पहुंचे।


बता दें कि चार साल बाद जदयू और भाजपा एक साथ राजनीति में आ रही है। इस बीच, नीतीश कुमार ने कहा, जैसे हालात बिहार में बन रहे थे काम करना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में ये कदम उठाना जरूरी था। उन्होंने आगे कहा कि अब बिहार की राजनीति में नए अध्याय की शुरुआत होगी। 

तेजस्वी ने कहा-यह लोकतंत्र की हत्या है, हम सबसे बड़ी पार्टी हैं


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। बिहार में राजनीतिक उलटफेर की गहमा गहमी के बीच मात्र कुछ ही घंटों में तस्वीर पूरी तरह बदल गयी. बिहार के राजनीतिक समीकरण जिस तेजी से बदले, उसने बड़े-बड़े राजनीतिक पंडितों को अचरज में डाल दिया. किसी ने सोचा नहीं था कि बुधवार शाम 6 बजे तक महागठबंधन के नेता के रूप में मुख्यमंत्री पद पर बैठे नीतीश कुमार ने साढ़े छह बजे इस्तीफा दिया और नौ बजे तक एनडीए और जदयू के विधायक दल के नेता चुन लिए गये. इस बीच राजद के प्रमुख घटक दल राजद की ओर से देर रात बिगड़े हुए खेल को संभालने की कोशिश शुरू हुई, लेकिन मामला तब तक हाथ से जा चुका था. देर रात 12 बजे के आसपास जब सीएम नीतीश ने राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया, तो उधर से तेजस्वी यादव ने भी सरकार बनाने का दावा पेश किया. तेजस्वी का कहना था कि राजद सबसे बड़ी पार्टी है, लिहाजा राज्यपाल को उनकी पार्टी को पहले न्योता देना चाहिए.

जानकारी के मुताबिक रात करीब दो बजे तेजस्वी यादव भारी भीड़ और के साथ राजभवन राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से मिलने पहुंचे. तेजस्वी ने मीडिया से कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है. तेजस्वी ने यह भी कहा कि हमलोगों को सुबह 11 बजे का समय दिया गया लेकिन शपथ ग्रहण का समय बदल दिया गया. राजद के दावों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. एनडीए के नेता सुशील मोदी, नित्यानंद राय और दूसरे नेताओं ने करीब डेढ़ घंटे तक मुलाकात की और उसके बाद करीब आधी रात को वहां से मिल जुलकर निकले.

इन सभी फैसलों पर हालांकि नीतीश कुमार ने मीडिया में कोई बयान नहीं दिया, लेकिन सुशील कुमार मोदी बाहर निकले और चेहरे पर विजयी मुस्कान लिए कहा कि हमलोगों ने 131 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा है. उधर, यह कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण की पूरी तैयारी हो चुकी है.तेजस्वी ने कहा-यह लोकतंत्र की हत्या है, हम सबसे बड़ी पार्टी हैं

लालू का वार, अपने वादे से मुकरे नीतीश, भ्रष्टाचार से बड़े हत्या के मामले में है आरोपी


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री पद से नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद आज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने उनपर जमकर हमला बोला है. लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार पर अपने वादे से मुकरने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के साथ उनका जाना पहले से तय हो गया था. राजद सुप्रीमो ने कहा कि बिहार की जनता से नीतीश कुमार को भाजपा के खिलाफ वोट देकर जीताया था, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने भाजपा का साथ दिया. भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए लालू यादव ने कहा कि जीरो टॉलरेंस और ईमानदारी की बात करने वाले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हत्या के एक मामले में धारा 302 के तहत आरोपी है. उन्होंने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार से बड़ा हत्या का मामला होता है और नीतीश कुमार इस मामले में फर्जी दस्तावेज देकर जमानत पर है.

राजद सुप्रीमो लालू यादव ने हमला तेज करते हुए कहा कि इस्तीफा देने से पहले नीतीश कुमार ने उनसे चालीस मिनट तक बातचीत की. इस दौरान उन्होंने जनता के बीच जाकर तेजस्वी के उपर लगे भ्रष्टाचार के मामलों पर सफाई देने की बात कही थी. उन्होंने कभी भी तेजस्वी का इस्तीफा नहीं मांगा. लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार खुद इस बात को कह चुके है. नीतीश कुमार पर अपने वादे से मुकरने का आरोप लगाते हुए लालू यादव ने कहा कि वे कहते थे कि मिट्टी में मिल जायेंगे लेकिन भाजपा के साथ नहीं जायेंगे. नीतीश कुमार ने संघ मुक्त भारत बनाने की बात कही थी. आज उन्होंने उसी भाजपा के साथ जाने के लिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.

जदयू अध्यक्ष के भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर हमला बोलते हुए लालू यादव ने कहा कि 1991 में पंडारक थाने में हत्या के एक मामले में नीतीश कुमार धारा 302 के तहत आरोपी है. लालू ने कहा इस मामले में उन्होंने फर्जी दस्तावेज देकर जमानत ली है. राजद सुप्रीमो में इसको लेकर मीडिया के समक्ष दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि खुद को ईमानदार करार देने वाले नीतीश कुमार को पता था कि अब वे इस मामले में घिरने वाले है. इसको लेकर उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और भाजपा के साथ फिर से जाने का मूड बना लिया है.

बिहार में आगे के सियासी समीकरणों के सवाले के जवाब में लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हम नहीं चाहते है कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू हो. ऐसे में हम चाहेंगे महागठबंधन के नेता एक साथ मिलकर अपने नये मुखिया का चुनाव करें जिससे सरकार पांच साल के अपने कार्यकाल को पूरा कर सकें, ताकि जनता के बहुमत का सम्मान किया जा सकें.

बिहार संकट: जानिए, नीतीश कुमार कब-कब बिहार के मुख्यमंत्री बनें...


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन को लेकर जारी विवादों के बीच पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि जितना संभव हो सका उतने दिन सरकार चलाई, अब इस माहौल में मेरे लिए काम करना संभव नहीं था।  उन्होंने कहा की मैंने अंतरात्मा की आवाज सुनी और इस्तीफा देने का फैसला लिया।

इससे पहले, बिहार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मुद्दे पर महागठबंधन में जारी तकरार के बीच आज राजद विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार भी तेजस्वी के इस्तीफे की बात नहीं की. लालू प्रसाद ने एक बार फिर से स्पष्ट करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे. तेजस्वी के इस्तीफे के मुद्दे पर राजद की दो टूक के बाद एक अणे मार्ग पर आयोजित जदयू विधायक दल की बैठक बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को अपना इस्तीफा सौप दिया है।

बताते चले की बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की भारी जीत के बाद उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया था। महागठबंधन में जनता दल (युनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस शामिल है। गौर हो कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को 243 सदस्यीय सदन में 178 सीटें प्राप्त हुई थी। राजद को 80, जद (यू) को 71 और कांग्रेस को 27 सीटें मिली हैं। नीतीश कुमार ने पांचवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री की कमान संभाली थी।

पहली बार : 03 मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 तक सात दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने, पर्याप्त बहुमत नहीं था इस लिए इस्तीफा दे दिया...

दूसरी बार : 24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई, पूरे पांच साल तक चली सरकार...

तीसरी बार : 26 नवंबर 2010 से 17 मई 2014 तक बीजेपी के साथ मिलकर फिर सरकार बनाई, लोकसभा चुनाव के पहले गठबंधन टूटा...जीतनराम मांझी को सीएम बनाया

चौथी बार : 22 फरवरी 2015 से 26 जुलाई 2017 तक..

ब्रेकिंग: नीतीश का बड़ा फैसला, राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना : बिहार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मुद्दे पर महागठबंधन में जारी तकरार के बीच आज राजद विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार भी तेजस्वी के इस्तीफे की बात नहीं की. लालू प्रसाद ने एक बार फिर से स्पष्ट करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे. तेजस्वी के इस्तीफे के मुद्दे पर राजद की दो टूक के बाद एक अणे मार्ग पर आयोजित जदयू विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लिया और राजभवन पहुंच गये. जहां उन्होंने राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.

गौर हो कि सीएम नीतीश कुमार के आवास पर शाम करीब छह बजे शुरू हुई इस बैठक में पार्टी के सभी विधायकों मौजूद हुए. बैठक में नीतीश कुमार की आेर से किसी बड़े फैसले की उम्मीद जतायी जा रही थी.

गौर हो कि सीएम नीतीश कुमार के आवास पर शाम करीब छह बजे शुरू हुई इस बैठक में पार्टी के सभी विधायकों मौजूद हुए. बैठक में नीतीश कुमार की आेर से किसी बड़े फैसले की उम्मीद जतायी जा रही थी.

इससे पहले बीते दिनों जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर चुके है. बताया जाता है कि इस दौरान नीतीश कुमार ने कांग्रेस के दोनों प्रमुख नेताओं से बिहार के सियासी हालात पर चर्चा की. दिल्ली से मंगलवार को वापस पटना पहुंचने के साथ ही तेजस्वी के मुद्दे पर जदयू की ओर से किसी फैसले की चर्चा को लेकर सूबे में सियासी पारा गरम है. इसी कड़ी में जदयू विधायक दल की बैठक को अहम माना जा रहा है. बता दें कि जदयू विधायक दल की आज शाम होनेवाली यह बैठक पहले गुरुवार को होनेवाली थी.

गौर हो कि राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि राजद-जदयू के बीच चल रही तनातनी अब ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी. जदयू की ओर से राजद को स्पष्ट तौर पर बता दिया गया है. यदि राजद की ओर से समय रहते कोई पहल नहीं होती है, तो मुख्यमंत्री अपने विशेषाधिकार का भी प्रयोग कर सकते हैं. मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली आये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शांत दिखे. मीडिया से कुछ भी बोलने से परहेज किया. जब मीडिया ने बार-बार उनसे इस मसले पर बोलने का अाग्रह किया, तो उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और महासचि व केसी त्यागी की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस मामले के लिए वही अधिकृत हैं.

नीतीश कुमार खुल कुछ भी नहीं बोले, लेकिन उनकी इस चुप्पी के भी निहितार्थ निकाले गये. जानकाराें का कहना है कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मामले का जल्द ही समाधान निकलेगा. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री की ओर से यह साफ संकेत दे दिया गया है कि इस मामले में वह महागठबंधन सरकार की बदनामी नहीं चाहते हैं. वह 27 अगस्त की राजद की महारैली तक इंतजार करने के मूड में नहीं बताये जा रहे हैं. इसी कड़ी में आज बुलायी गयी जदयू विधायक दल की बैठक काे अहम माना जा रहा है.

कारगिल दिवस के अवसर पर खगड़िया मे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया रक्तदान

नीरज कुमार / खगड़िया 

कारगिल में विजय दिवस के 18 साल पूरे हो गए हैं। आज के दिन यानि 26 जुलाई साल 1999 में भारतीय सेना ने कारगिल में तिरंगा फहराया था और देश के दुश्मनों को उनकी औकात दिखाई थी। हर साल इस दिन को हम कारगिल विजय दिवस के तौर पर मनाते हैं। इस मौके पर कारगिल में शहीद देश के जवानों को याद किया जा रहा है। पूरा देश जवानों की शहादत को सलाम कर रहा है। सोशल मीडिया पर यूजर्स कारगिल विजय दिवस को याद कर रहे हैं और जवानों के बलिदान को सलाम कर रहे हैं।

 पीएम मोदी से लेकर आम जनता तक वीर सबूतों को याद कर रही है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि हमारे देश की रक्षा और गर्व के लिए जवानों ने लड़ाई लड़ी, हमें जवानों पर गर्व है। पीएम मोदी के अलावा दूसरे सियासतदानों ने भी वीर जवानों को याद किया और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

वहीं खगड़िया मे भी वीर जवानों को रक्तदान शिविर लगाकर श्रद्धांजलि दी गई। रक्तदान शिविर भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा द्वारा लगाया गया था। खगड़िया के सदर अस्पताल नशा मुक्ती कक्ष में आयोजित किए गए रक्तदान शिविर में कई बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर रक्तदान किया। जिला अध्यक्ष अर्जुन शर्मा, जिला उपाध्यक्ष अरूण शर्मा उर्फ लड्डू, महिला मोर्चा जिलाअध्यक्ष सुमीता देवी राय,  पूर्व जिलाध्यक्ष रामानुज चौधरी, युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष अंकित सिंह चंदेल, सिविल सर्जन डॉ अरूण कुमार सिन्हा, मनीष कुमार, बावुलाल शौर्य, नीरज गुप्ता, पवन कुमार राय, अमित राज, रौशन भारती सहित दर्जनों भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रक्तदान कर के कारगिल दिवस पर शहीद वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित किया।

महागठबंधन राजनीति: लालू के घर विधायकों की बैठक खत्म, तेजस्वी नहीं देंगे इस्तीफा


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना में राजद की विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है। पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद  यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे। इसके साथ ही लालू यादव ने साफ कहा कि नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव से कभी भी इस्तीफा नहीं मांगा है। वहीं नीतीश कुमार लगातार हमारे संपर्क में हैं।

वहीं नीतीश कुमार दिल्ली से पटना आ चुके हैं और आते ही उन्होंने विधायक दल की बैठक बुलाई है। आज शाम 5 बजे जेडीयू के विधायक दल की बैठक होगी। ये बैठक 28 जुलाई को होने वाली थी, इस दिन मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है। सूत्र बता रहे हैं कि इस बैठक में तेजस्वी यादव पर कोई चर्चा हो सकती है। इस बीच खबर है कि आरजेडी भी विधायक दल की बैठक बुला रही है। आज दोपहर 12 बजे लालू यादव विधायक दल के साथ बैठक कर रहे हैं।

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करेंगे। माना जा रहा है कि इस प्रकरण पर फैसला करने में नीतीश को कुछ वक्त लग सकता है। संभवत: इस मामले में आगे की जांच और न्यायालय के रुख को देखकर कोई फैसला किया जाए।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद इस संबंध में पूछे गए सवालों से बचते हुए नजर आए। नीतीश ने इस बारे में पूछे गए सवालों पर कहा कि इस मामले को छोड़कर कुछ और बात कीजिए।

उन्होंने बार बार पूछे जाने पर कहा कि हमारे प्रवक्ता इस संबंध में जवाब देंगे। नीतीश से पूछा गया कि क्या वे इस मामले में असहज हैं तो उन्होंने कहा कि कहां असहज हैं। गठबंधन को कोई खतरा तो नहीं है इस सवाल को भी नीतीश ने टाल दिया।

सूत्रों ने कहा कि नीतीश कुमार की पिछले दिनों कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात में गठबंधन को बचाए रखने और बिहार व केंद्र की राजनीति को लेकर व्यापक चर्चा हुई थी। तेजस्वी की सफाई से असंतुष्ट नीतीश को यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि आने वाले दिनों में भाजपा विरोधी राजनीति में उनकी भूमिका अहम हो सकती है। गठबंधन को बनाए रखकर विपक्षी दलों की एकजुटता को तरजीह देते हुए बीच का रास्ता निकालने का प्रयास हो रहा है।

आरजेडी विधायक दल की बैठक शुरू, तेजस्वी के मुद्दे पर चर्चा की संभावना


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। बिहार की राजधानी पटना के राजद सुप्रीमो के आवास दस सर्कुलर रोड पर राजद विधानमंडल दल की बैठक शुरू हो चुकी है. बैठक में राजद कोटे के सभी मंत्री भाग लेने के लिए पहुंच चुके हैं. बैठक में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, विधान पार्षद राबड़ी देवी वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव शामिल हो रहे हैं. हालांकि, बैठक को लेकर अंदर से अभी तक कोई खास खबर नहीं आयी है, लेकिन माना यह जा रहा है कि पार्टी तेजस्वी के मुद्दे पर अपनी रणनीति पर विचार करेगी.

उधर, खबर मिल रही है कि लालू यादव के रांची जाने वाले फ्लाइट की टिकट को रद्द कर दिया गया है. मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक लालू को नीतीश कुमार के फैसले और तेजस्वी पर प्रतिक्रिया का इंतजार है. लालू उसे सुनकर ही रांची के लिए देर रात सड़क मार्ग से जायेंगे. लालू को गुरुवार चारा घोटाला मामले में रांची में पेश होना है.

राजद सूत्रों के अनुसार विधायक दल की बैठक में 28 अगस्त से शुरू होने वाले विधानमंडल सत्र की रणनीति पर चर्चा हो रही है. उप मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग के बीच होने वाली इस बैठक को राजनीतिक हलकों में सामान्य नहीं माना जा रहा है. पार्टी के विधायक दल की बैठक में इस पर भी चर्चा हो रही है कि अगर भाजपा उप मुख्यमंत्री के इस्तीफे को लेकर सदन की कार्यवाही बाधित करती है तो राजद के नेता किस रूप में इसका जवाब देंगे. बैठक में प्रमुख घटक दल जदयू के स्टैंड को लेकर भी चर्चा होने की संभावना जतायी जा रही है और उस पर चर्चा होगी.

बैठक के अंदर से खबरें छनकर आ रही हैं, उसके मुताबिक तेजस्वी यादव के इस्तीफे के मसले पर राजद ने अपने पूर्व के स्टैंड पर कायम रहने की बात सोची है. बैठक में भाजपा के नेताओं के प्रश्नों का जवाब और उनके हमले पर जवाब देने के लिए सलाह-मशविरा पर विचार चल रहा है.

Tuesday, July 25, 2017

राजनीतिक सरगर्मी तेज: लालू-नीतीश मिलेंगे अपने-अपने विधायकों से


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

जदयू की ओर से कहा गया था कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद ही डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर कोई फैसला लिया जाएगा। नीतीश कुमार दिल्ली से पटना आ चुके हैं और आते ही उन्होंने विधायक दल की बैठक बुलाई है। आज शाम 5 बजे उन्होंने विधायक दल की बैठक बुलाई है।

ये बैठक 28 जुलाई को होने वाली थी, इस दिन मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है। सूत्र बता रहे हैं कि इस बैठक में तेजस्वी यादव पर कोई चर्चा हो सकती है। इस बीच खबर है कि आरजेडी भी विधायक दल की बैठक बुला रही है। आज दोपहर 12 बजे लालू यादव विधायक दल के साथ बैठक कर रहे हैं।

बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज: गेंद RJD के पाले में, JDU को है इंतजार.....

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करेंगे। माना जा रहा है कि इस प्रकरण पर फैसला करने में नीतीश को कुछ वक्त लग सकता है। संभवत: इस मामले में आगे की जांच और न्यायालय के रुख को देखकर कोई फैसला किया जाए।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद इस संबंध में पूछे गए सवालों से बचते हुए नजर आए। नीतीश ने इस बारे में पूछे गए सवालों पर कहा कि इस मामले को छोड़कर कुछ और बात कीजिए।

उन्होंने बार बार पूछे जाने पर कहा कि हमारे प्रवक्ता इस संबंध में जवाब देंगे। नीतीश से पूछा गया कि क्या वे इस मामले में असहज हैं तो उन्होंने कहा कि कहां असहज हैं। गठबंधन को कोई खतरा तो नहीं है इस सवाल को भी नीतीश ने टाल दिया।

सूत्रों ने कहा कि नीतीश कुमार की पिछले दिनों कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात में गठबंधन को बचाए रखने और बिहार व केंद्र की राजनीति को लेकर व्यापक चर्चा हुई थी। तेजस्वी की सफाई से असंतुष्ट नीतीश को यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि आने वाले दिनों में भाजपा विरोधी राजनीति में उनकी भूमिका अहम हो सकती है। गठबंधन को बनाए रखकर विपक्षी दलों की एकजुटता को तरजीह देते हुए बीच का रास्ता निकालने का प्रयास हो रहा है।

Monday, July 24, 2017

भाजपा करेगी समस्याओं को लेकर धरना

नीरज कुमार / खगड़िया

भाजपा की प्रखंड कार्यसमिति की बैठक सोमवार को खगड़िया जिला के गोगरी प्रखंड रामपुर छठ मेला के कला मंच के प्रांगण में की गई। जिसकी अध्यक्षता भाजपा प्रखंड अध्यक्ष अजय चौरसिया ने की। बैठक में संगठन को मजबूत बनाने के लिए बूथ स्तर पर कमिटी के विस्तार पर बल दिया गया। बैठक मे प्रखंड अध्यक्ष अजय चौरसिया ने कहा कि प्रखंड स्तर पर स्थानीय समस्याओं को लेकर गोगरी प्रखंड मुख्यालय में धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम भी किया जाऐगा।
उन्होंने ये भी कहा कि 30 जुलाई को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की जनता से मन की बात करेगे। प्रधानमंत्री के मन की बात सुनने के लिए चौक - चौराहे पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा चौपाल लगाया जाऐगा। इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामानुज चौधरी, भाजपा के महिला मोर्चा जिलाअध्यक्ष सुमीता देवी राय, जिला उपाध्यक्ष अरूण कुमार शर्मा उर्फ लड्डू, सुनील चौरसिया, अनीता सिंह, राहुल जायसवाल, आशिष मिश्रा, हिरालाल चौधरी, वकील तांती, सुनील मुखर्जी, सुगदेव मुनि, सुरेंद्र राय, बहादुर मुनि सहित भाजपा के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।

लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती का फार्म हाऊस जब्त करेगा प्रवर्तन निदेशालय


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। लालू प्रसाद यादव परिवार से जुड़े बेनामी संपत्ति का मामला दिनों-दिन तूल पकड़ता जा रहा है. खबर मिली है कि लालू की बड़ी बेटी व राज्यसभा सांसद मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार को जांच एजेंसियां बड़ा झटका दे सकती हैं. सूत्रों के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय यानी इडी नयी दिल्ली के 26 पालम फाॅर्म हाउस जब्त कर सकता है.

इडी की ओर से यह कार्रवाई मनी लांड्रिग एक्ट के तहत की जायेगी. मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने यह स्पष्ट किया है कि विभाग मीसा भारती और उनके पति के जवाब से संतुष्ट नहीं है. सबसे पहले विभाग एक बार और दोनों से पूछताछ करेगा. विभाग के मुताबिक पालम फाॅर्म हाउस मीसा भारती और शैलेश कुमार की शैल कंपनियों के धन से खरीदा गया है.

जानकारी के मुताबिक मीसा भारती और शैलेश कुमार ने चार शैल कंपनियों के जरिए करोड़ों रुपये बनाये थे. उसी रकम का इस्तेमाल कर उन्होंने पालम फाॅर्म हाउस खरीदा. ईडी इससे पहले मीसा भारती और शैलेश से पूछताछ कर चुका है. इस मामले में पहले ही विभाग पूछताछ कर चुका है. साथ ही मीसा के सीए राजेश अग्रवाल के खिलाफ पिछले ही सप्ताह आरोप पत्र दायर किया जा चुका है. राजेश अग्रवाल इस वक्त तिहाड़ जेल में हैं. ईडी की इस कार्रवाई से विपक्ष को एक बड़ा मुद्दा मिल गया है. लालू परिवार की बेनामी संपत्ति को जब्त करने की चर्चा पहले से चल रही थी, इस बीच मीसा भारती के फाॅर्म हाउस के जब्त होने की बात कही जा रही है।

Sunday, July 23, 2017

देश के युवाओं का पसंदीदा चेहरा तेजस्वी : मंत्री


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

सहकारिता मंत्री आलोक कुमार मेहता ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव देश के युवाओं का पसंदीदा चेहरा बनते जा रहे थे। इनकी बढ़ती लोकप्रियता से परेशान केंद्र की भाजपा सरकार इन्हें फंसा रही है। वे जिला अतिथिगृह में 27 अगस्त को पटना में आयोजित भाजपा भगाओ, देश बचाओं रैली को लेकर युवा राजद की तैयारी बैठक को संबोधित कर रहे थे। मंत्री ने युवाओं का मनोबल बढ़ाते हुये कहा कि उनके कंधे पर देश का भविष्य है। लेकिन विगत लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने उनकी बेरोजगारी दूर करने का सब्जबाग दिखाया था। उन्हें लुभाने के लिए मनोवैज्ञानिक तरीके से दिग्भ्रमित करने का अपराध किया। केंद्र में जब सरकार बनी, नौकरी पर ही रोक लगा दी, जबकि बिहार सरकार का नौकरी देने का सिलसिला जारी है। उन्होंने युवाओं से कहा कि देश गंभीर परिस्थिति से गुजर रहा है। कहा हिटलर जैसे कुशासक के पैरोकार आमलोगों के खाने-पीने, उनके रहन-सहन तक भी तय करने पर उतारू हैं। लालू यादव ने 27 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में रैली का आयोजन किया है जिसमें भाजपा को देश से भगाने के लिए शंखनाद होगा। अध्यक्षता युवा अध्यक्ष अमरेश राय ने की। मौके पर पर्यवेक्षक नीरज सहनी, रामचंद्र निषाद, प्रो. राजेंद्र भगत, सत्यविंद पासवान आदि ने भी संबोधित किया।

डीएम ने सभी परीक्षा केन्द्रों का किया निरीक्षण


अवध भारती/नवादा (बिहार)
         
नवादा:- जिले में टीइटी परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त वातावरण में सम्पन्न हुई!
जिला पदाधिकारी मनोज कुमार ने दोनों पालियों में परीक्षा से ठीक आधा घंटा पूर्व सभी केन्द्रों पर जिले के वरीय एवं तेज तर्रार पदाधिकारियों के उपस्थिति में परीक्षा केन्द्रों के प्रतिनियुक्त वीक्षकों के कमरे का आवंटन रैंडमाइजेषन के द्वारा करवाया!
गौरतलव हो कि कदाचारमुक्त परीक्षा को लेकर कुछ लोगों द्वारा जो अटकलें लगायी जा रही थी, डीएम के इस कदम ने उस पर पूर्ण विराम लगा दिया। डीएम द्वारा अंतिम क्षणों में प्रतिनियुक्त सभी सातों वरीय दण्डाधिकारी अपने-अपने संबंधित केन्द्रों पर अंतिम समय पर डटे रहे!
जिला पदाधिकारी मनोज कुमार ने लगभग सभी केन्द्रों पर जाकर चल रही परीक्षा का जायजा लिया!
इनके साथ डीपीआरओ परिमल कुमार भी थे!
डीएम सभी केन्द्रों पर लगभग सभी कमरों में चल रही परीक्षा का निरीक्षण किया एवं प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारियों को भी आवष्यक दिषा निर्देष देते हुए देखे गए!
प्रथम पाली में कुल 1147 परीक्षार्थी उपस्थित हुए एवं जिसका प्रतिषत 92.72 प्रतिषत रहा!
द्वितीय पाली में 4077 परीक्षार्थी उपस्थित हुए एवं 272 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे!
उपस्थित परीक्षार्थियों का प्रतिषत 93.74 प्रतिषत रहा!
परीक्षा में कुल चार उड़नदस्ता, चार गस्तीदल, एवं 14 स्टैटिक दण्डाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी के अतिरिक्त 7 जिला स्तर के वरीय पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी! परीक्षा केन्द्र के आस-पास पूरी तरह से निषेधाज्ञा लागू की गयी थी।

             

ये इशारे बताते हैं आपके पार्टनर की सच्चाई…



नई दिल्ली: किसी भी तरह के रिश्तों में विश्वास का होना बहुत जरूरी होता है| बिना विश्वास के रिश्ते बोझ की तरह लगने लगते हैं| उनमें तनाव बढ़ जाते हैं, दूरिया बढ़ जाती हैं जो रिश्तों को उनके अंत की ओर अग्रसर करती हैं| अगर आप किसी के साथ प्रेम में हैं तो जो समर्पण और विश्वास आप अपने पार्टनर के प्रति दिखाते हैं, उससे भी आप उसी विश्वास और समर्पण की उम्मीद रखते हैं| ऐसा हो सकता है कि आपका साथी आपसे सच में प्यार करता हो और आपके प्रति अपना लगाव हमेशा प्रकट भी करता हो लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है जब आपके पार्टनर के बर्ताव में बदलाव आने लगता है| यहीं आपको सतर्क होने की जरुरत होती हो क्योंकि ऐसा भी हो सकता है कि उसे अब आपकी जरूरत न रही हो या फिर वह किसी और से रिश्तों में बंधने की कोशिश में हो|
कुछ प्रेम संबंधों में बात शादी के सवाल पर अटकती है| अगर आपको यह पता करना हो कि आपका पार्टनर आपसे शादी करेगा कि नहीं तो इस सवाल का जवाब उसका बर्ताव आपको इशारे के रूप में दे देता है, बस आपको उसे समझना होता है| अगर आपका पार्टनर आपके शादी के सवाल को हंसकर टाल जाता हो और कोई संतोषजनक जवाब न देता हो तो समझ जाइए वह आपसे शादी करने के बारे में नहीं सोच रहा है| अगर वह कहता हो कि वह शादी में विश्वास नहीं रखता, तब भी उसकी मंशा पर संदेह है| इसके अलावा अगर वह पब्लिकली आपको अपनी गर्लफ्रेंड स्वीकारने में झिझकता हो तो इसका भी मतलब यही है कि वह आपके साथ खुश नहीं है|
शादी की बात पर गुस्सा हो जाना, अपने फ्यूचर के फैसलों में आपको शामिल न करना, आपके फ्यूचर के बारे में कोई सवाल न करना, ये सारी बातें सिद्ध करती हैं कि आप उसके लिए अब उतने महत्वपूर्ण नहीं हो| अगर वह बार-बार यह कहता हो कि उसकी फैमिली आपको अप्रूव नहीं करेगी तब भी उसका इरादा आपसे शादी करने का नहीं है| उसकी बातों में बदलाव आ रहा हो, वह आपसे दूरियां बढ़ाने की कोशिश कर रहा हो तो इसका मतलब भी यही है कि अब आप उससे शादी के सपने देखना छोड़ ही दीजिए| इस तरह के इशारों को समझकर आपको अपने रिश्तों के बारे में उपयुक्त फैसला लेना चाहिए जिससे आपको आगे चलकर भावनात्मक तकलीफों के दौर से न गुजरना पड़े और आपका और समय न बरबाद हो|

Saturday, July 22, 2017

तेजस्‍वी का PM मोदी पर तंज: कहा- अब मंत्र फूंककर दें रोजगार, मिटाएं गरीबी


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। बिहार के उपमुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव पर भाजपा लगताार हमलावर है तो तेजस्‍वी भी भाजपा को घेरने का कोई मौका नहीं गंवा रहे हैं। रविवार की सुबह उन्‍होंने ट्वीट कर फिर केंद्र की पीएम मोदी सरकार को घेरा। तेजस्‍वी ने अपने ट्वीट में तंज किया कि केंद्र सरकार कोई ऐसा मंत्र फूंके, जिससे देश के सभी बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिले और गरीबी का समूल नाश हो सके।

तेजस्‍वी ने इस ट्वीट के माध्‍यम से देश में बेरोजगारी व गरीबी की समस्‍या को दूर करने को लेकर नरेंद्र मोदी पर व्‍यंग्‍य कसा। उन्‍होंने अब इसके लिए मंत्र का सहारा लेने की बात कही।

विदित हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं को दो करोड़ जॉब देने का वादा किया था। इसे लेकर भी तेजस्‍वी ने अपने ट्वीट में तंज कसा। तेजस्‍वी ने लिखा कि अगर आप मोदी को उनके दो करोड़ लोगों को रोजगार के वादे की याद दिलाएं तो भाजपा गोवंश की रक्षा के लिए कहती है। भाजपा इसे युवाओं को रोजगार व जीवन रक्षा से अधिक महत्‍वपूर्ण मानती है।

मायावती राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद ,पहली बार रविवार को दिल्ली में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक

बहुजन समाजवादी पार्टी की मुखिया मायावती राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद पहली बार रविवार को दिल्ली में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करने जा रही हैं। दिल्ली में होने वाली यह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बसपा मुखिया इस बैठक में अपनी नई रणनीति का खुलासा कर सकती हैं।

दिल्ली स्थित बसपा मुख्यालय पर रविवार को होने वाली बैठक में गुजरात को छोड़कर देशभर के सभी राज्यों के पदाधिकारियों को बुलाया गया है। गुजरात इकाई को विधानसभा चुनाव की तैयारियों के चलते नहीं बुलाया गया। माना जा रहा है कि मायावती पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद पैदा हुए हालात और मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा करेंगी।

सूत्रों को कहना है कि बसपा मुखिया मायावती राज्यसभा से दलित मुद्दे पर दिए इस्तीफे को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में हैं। दलितों के बीच यह संदेश दिया जाएगा कि मायावती से बड़ा उनका कोई हितैषी नहीं है और उनके हित के लिए उन्होंने पद की परवाह तक नहीं की। इसके साथ राज्यसभा में दलित मुद्दे पर मायावती द्वारा दिए गए बयान को सोशल मीडिया के माध्यम से गांव-गांव तक पहुंचाने की भी तैयारी है।

सीपी जोशी की मौजूदगी में मिले राहुल-नीतीश, बैठक से बिहार की राजनीति का तय होगा भविष्य


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

 बिहार में महागंठबंधन में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मुद्दे पर मचे घमसान के बीच राज्य के मुख्यमंत्री व जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से करीब चार बजे उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेस के बिहार के प्रभारी महासचिव सीपी जोशी भी मौजूद थे. दोनों तीनों नेताओं की यह मुलाकात करीब आधा घंटे चली और आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति के लिए इसे बेहद अहम माना जा रहा है.

हालांकि इस मुलाकात का मीडिया को कोई औपचारिक ब्यौरा नहीं उपलब्ध कराया गया है, लेकिन राजनीतिक हालात के मद्देनजर यह समझा जाता है कि बैठक में तीनों नेताओं ने बिहार के सियासी हालात पर भी चर्चा की. तेजस्वी यादव के मुद्द पर राहुल गांधी का स्टैंड व फैसला काफी अहम होगा. मालूम हो कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के विदाई सम्मान समरोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज रात हैदराबाद हाउस में डिनर आयोजित किया गया है. इस डिनर में नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आमंत्रित किया है. नीतीश रात में इस डिनर में शामिल भी होंगे.

वहीं, बेनामी संपत्ति मामले में सीबीआइ एफआइआर व जांच का सामना कर रहे राजद नेता व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी इन दिनों दिल्ली में हैं. वे कानूनी सलाह ले रहे हैं. उनकी कोशिश इस मामले में अग्रिम जमानत हासिल करना है.

राष्ट्रपति प्रणब के विदाई भोज में शामिल होंगे नीतीश, महागंठबंधन मुद्दे पर राहुल से करेंगे मुलाकात



पटना:-सनाउल हक़ चंचल

पटना:- बिहार में महागठबंधन में मचे घमसान के बीच राज्य के मुख्यमंत्री व जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार आज शाम को दिल्ली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे. न्यूज एजेंसी एएनआइ ने दोनों नेेताओं के मुलाकात की खबर दी है. हालांकि सोनिया गांधी से भी मुलाकात की संभावनाएं जतायी जा रही है, जिसकी पुष्टि अबतक नहीं हुई है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के विदाई सम्मान में आयोजित डिनर पार्टी में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री आज दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गये. यह डिनर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सम्मान में रखा है, जिसके लिए नीतीश कुमार भी आमंत्रित किये गये थे.

सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचने पर नीतीश कुमार आज शाम चार बजे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं. उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिल्ली के हैदराबाद हाउस में राष्ट्रपति के विदाई सम्मान में आयोजित डिनर पार्टी में शामिल होंगे. मुख्यमंत्री रविवार की सुबह पटना लौट आयेंगे. फिर 25 जुलाई को रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल होने के लिए दिल्ली जायेंगे.

महागठबंधन में कांग्रेस की भूमिका पर चर्चा की संभावना.....

माना जा रहा है कि नीतीश कुमार सोनिया-राहुल से बिहार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मुद्दे पर मचे घमसान के मुद्दे पर बात करेंगे. तेजस्वी यादव पर इस महीने की शुरुआत में बेनामी संपत्ति हासिल करने के आरोप में सीबीआइ ने प्राथमिकी दर्ज की है. इस बीच तेजस्वी यादव भी दिल्ली में हैं और कहा जा रहा है कि वे कानूनी सलाह ले रहे हैं. नीतीश कुमार सूबे में कांग्रेस की भूमिका व स्टैंड पर भी चर्चा कर सकते हैं. तेजस्वी यादव के इस्तीफे के सवाल पर जदयू और राजद के बीच उपजे तनाव को कम करने में कांग्रेस मध्यस्थ की भूमिका में है.

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी के इस्तीफे को लेकर मचे घमसान को लेकर जदयू और राजद के नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है. तेजस्वी के मुद्दे पर नीतीश कुमार की चुप्पी से कयास लगाया जा रहा है कि वह भ्रष्टाचार के मुद्दे पर समझौते के लिए तैयार नहीं हैं. नीतीश भले चुप हैं, लेकिन उनकी पार्टी की दूसरी पंगत के नेता इस मुद्दे पर राजद पर लगातार हमलावर हैं.

गौरतलब है कि बिहार के कदवा से कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खां ने भी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिख कर कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुला कर पार्टी का रुख साफ करने का आग्रह किया है. शकील अहमद ने पत्र में इशारों-इशारों में लालू प्रसाद पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है, ‘‘दूसरों की गलती गिनाने से अपनी गलती नहीं छिपा सकते.’’ वहीं, दूसरी तरफ लालू प्रसाद यादव ने साफ कह दिया है कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे.

Friday, July 21, 2017

बिहार में 19864 शिक्षकों की होगी जल्द बहाली, शिक्षा मंत्री ने की घोषणा


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

राज्य के सरकारी हाईस्कूल व प्लसटू विद्यालयों में शिक्षक, स्टाफ समेत तमाम कार्यबल की समस्या के तत्काल समाधान में शिक्षा विभाग जुट गया है। शिक्षा मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों में जल्द ही सभी विषयों के 19 हजार 864 शिक्षक बहाल किये जाएंगे। इसके लिए पद चिह्नित कर पदवर्ग समिति को भेजे गये हैं। इसी माह समिति इस पर निर्णय लेगी। इसके बाद नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी।

शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में शुक्रवार को शिक्षक और स्नातक क्षेत्र के विधान पार्षदों के साथ शिक्षक और विद्यालयों की समस्या पर लम्बा विमर्श हुआ। 19 विन्दुवों पर हुए इस विमर्श में शिक्षा मंत्री ने विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन समेत सभी आलाधिकारियों की मौजूदगी में विभाग की कार्ययोजना रखी। बैठक के बाद शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजकीय एवं प्रोजेक्ट माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति 30 सितम्बर के पूर्व हो जाएगी। हाईस्कूलों में चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों की किल्लत दूर कर ली गयी है। जनशिक्षा के अनुदेशकों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर विभाग ने नियुक्त किया है। इनमें से एक-एक कर्मी को प्यून के रूप में सितम्बर तक सभी हाईस्कूल में तैनात कर दिया जाएगा।

डॉ. चौधरी ने बताया कि हाईस्कूलों में क्लर्क के खाली पद अगस्त में कर्मचारी चयन आयोग को नियुक्ति के लिए भेज दिये जाएंगे। इसके लिए सभी जिलों से क्लर्क के रिक्त पदों का ब्योरा मांगा गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि हाईस्कूलों को राज्य सरकार ने संसाधनों से लैस किया है। इनके उपस्करों की सुरक्षा जरूरी है। इसके लिए राज्य के चार हजार हाईस्कूलों में एक-एक रात्रि प्रहरी नियुक्त किए जाएंगे। फिलहाल चार हजार रुपए मासिक के मानदेय पर नियुक्ति होगी। बाद में सुरक्षा प्रहरियों की स्थायी नियुक्ति सरकार करेगी।

Tuesday, July 18, 2017

सीएम से मिले तेजस्वी, 40 मिनट तक हुई बात, रंजिशें ख़त्म हुई या नहीं ? जानते हैं......


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। राज्य कैबिनेट की बैठक के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की सीधी बातचीत हुई. बंद कमरे में करीब 40 मिनट तक दोनों आपस में बातचीत करते रहे.

माना जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री ने अपने ऊपर लगे आरोपों के मामले में मुख्यमंत्री को अपनी सफाई दी है. सीएम से मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री राजद कोटे के सारे मंत्रियों के साथ अपने आवास पहुंचे, जहां सबने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को मुलाकात का ब्योरा दिया. देर रात तक लालू प्रसाद के सरकारी आवास पर राजद कोटे के मंत्री और विधायक जुटे रहे. इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता भी पहुंचे. सूत्रों के मुताबिक राजद में आगे की रणनीति पर विचार हुआ.  कैबिनेट की बैठक शाम छह बजे शुरू हुई. करीब घंटे भर चली बैठक के बाद मुख्यमंत्री अपने कक्ष में आ गये. पांच मिनट बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी उनके कक्ष में पहुंचे. उनके साथ वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव, शिक्षा मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष  डाॅ अशोक चौधरी समेत राजद कोटे के सभी मंत्री शामिल भी थे.

थोड़ी देर बाद डाॅ अशोक चौधरी और तेजप्रताप यादव समेत अन्य मंत्री सीएम के कक्ष से बाहर निकल आये. इसके बाद   करीब 40 मिनट तक उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री की बातचीत हुई.  इसके पहले कैबिनेट की बैठक में भाग लेने के लिए लालू-राबड़ी आवास से राजद कोटे के सभी मंत्री एक साथ मुख्य सचिवालय के लिए रवाना हुए थे.

जदयू ने एक दिन पहले ही संकेत दिया था कि पार्टी के स्तर पर या मुख्यमंत्री के स्तर पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से इस्तीफा नहीं मांगा गया था. सिर्फ उन्हें अपने ऊपर लगे आरोपों की मुख्यमंत्री के समक्ष सफाई देनी थी. इस पूरे घटनाक्रम में जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव की अहम भूमिका बतायी जा रही है. कैबिनेट की जिस समय बैठक शुरू होने वाली थी, मुख्य सचिवालय का दरवाजा मीडिया के लिए बंद कर दिया गया था. मुख्यमंत्री के समक्ष उपमुख्यमंत्री की आमने-सामने इस बातचीत के बाद महागठबंधन के दोनों दलों के बीच आयी तल्खी दूर होने की उम्मीद की जा रही है.

इसके पहले कैबिनेट की बैठक में लिये ये फैसले.....

पीडीएस के क्रियान्वयन व मॉनीटरिंग के लिए राज्य से पंचायत तक विशेष कमेटी अवैध खनन रोकने को ओड़िशा से खरीदा जायेगा सॉफ्टवेयर

बिहार सचिवालय सेवा  नियमावली, 2010 में संशोधन, अब प्रोमोशन रिक्ति से नहीं, बल्कि प्रोन्नति की तिथि से  मिलेगा।

Sunday, July 16, 2017

अमरनाथ यात्रियों से भरी बस खाई में गिरी

भारत प्रशासित कश्मीर के रामबन ज़िले में एक बस के गहरी खाई में गिरने से कम से कम 11 लोग मारे गए हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, हादसे का शिकार हुई बस में अमरनाथ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालु सवार थे.
जम्मू-कश्मीर श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार को हुए इस हादसे में 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

Saturday, July 15, 2017

सुशील मोदी ने की मांग- तेजस्वी को अविलंब बर्खास्त करें सीएम नीतीश


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद, तेजस्वी और राजद ने जदयू की सभी तीन शर्तों को ठुकरा कर साफ कर दिया है कि न तो तेजस्वी इस्तीफा देंगे, न लालू प्रसाद अपनी बेनामी सम्पति का खुलासा करेंगे और न ही सीबीआइ, ईडी और इनकम टैक्स द्वारा लगाए गए आरोपों का बिन्दुवार तथ्यात्मक जवाब देंगे।

दूसरी ओर सभी मंत्री के इस्तीफा देने की धमकी देकर राजद ने मुख्यमंत्री की ऑथरिटी को ही चुनौती दे दी है। ऐसे में एक बार गेंद फिर नीतीश कुमार के पाले में आ गयी है।

मोदी ने कहा अपेक्षा तो थी कि तेजस्वी यादव अपने ऊपर लगे आरोपों का बिन्दुवार जवाब देंगे। वे बताएंगे कि डिलाइट मार्केटिंग को पटना में 3 एकड़ जमीन कैसे मिली, वह जमीन उनके कब्जे में कैसे आई, उस पर बन रहे 750 करोड़ के मॉल के वे मालिक कैसे बने, दिल्ली की न्यूफ्रेंड्स कॉलोनी में चार मंजिला मकान तथा करीब एक दर्जन शेल कम्पनियों को उन्होंने किस तरह से हासिल किया? मगर उनके पास कोई जवाब नहीं है इसलिए 'बदले की भावना से कार्रवाई' का राग अलाप रहे हैं।

भाजपा नेता ने कहा, राजद के मंत्री के विभाग के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ भाग न लेकर तेजस्वी ने कार्यक्रम का बहिष्कार नहीं बल्कि मुख्यमंत्री की अवलेहना और अपमान किया है। मोदी ने कहा सीबीआई की छापेमारी के बाद से ही तेजस्वी अपने कार्यालय नहीं गए हैं। शासन-प्रशासन का काम बुरी तरह से प्रभावित है। ऐसे में मुख्यमंत्री को अविलम्ब तेजस्वी को बर्खास्त करने का फैसला लेना चाहिए।

शारीरिक संबंधो की समस्याओं का करती है अंत ये 5 चीजें

शारीरिक संबंधो की समस्याओं से परेशान हो कर बहुत पैसे खर्च कर देते है, और इस चक्कर में शरीर का भी नुकसान होता है। अच्छे शारीरिक संबंध चाहिए तो खाने-पिने पर ध्यान दे। निचे दिए कुछ चीजों के सेवन से आपको जरुर लाभ होगा
1. कद्दू और सरसों के बीज: कद्दू और सरसों के बीज का सेवन करे क्योंकि यह शारीरिक संबंध की छमता को बढ़ाता हैं।
2. मका: मका शारीरिक पावर बढ़ाने के लिए एक उत्तम स्रोत है, इसमें प्रचुर मात्रा में विटमिन बी होता है।
3. केला: केला उर्जा का एक अच्छा स्रोत माना जाता है और इसमें विटमिन बी की अच्छी-खासी मात्रा होती है।
4. ड्राई फ्रूट्स: ड्राई फ्रूट्स खाने से भी आपकी बेड लाइफ में चुस्ती-स्फूर्ति आती है।
5. अजमोदा: खुराक में अजमोदा इस्तेमाल करने से शरीर ऊर्जावान रहता है।

शहाबुद्दीन ने कोर्ट में पेशी के दौरान कहा-सीबीआइ की अर्जी गैरकानूनी


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में आरोपित पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की ओर से विशेष सीबीआइ कोर्ट में लिखित जवाब दाखिल किया गया। इसमें सीबीआइ की अर्जी को गैर कानूनी बताया गया है।

जवाब सीबीआइ की उस अर्जी के  आलोक में दिया गया, जिसमें पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की नार्को, ब्रेन मैपिंग व लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए उनकी सहमति मांगी गई थी। सीबीआइ की ओर से इस अर्जी पर सुनवाई के लिए समय की मांग की गई है। कोर्ट ने इसके लिए 21 जुलाई की तारीख निर्धारित की है।

पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में आरोपित सिवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन का नार्को, लाई डिटेक्टर व ब्रेन मैपिंग टेस्ट होगा? इसके लिए सीबीआइ की ओर से दाखिल अर्जी पर चार जुलाई को सीबीआइ कोर्ट में सुनवाई हुई थी और इसमें शहाबुद्दीन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्‍यम से उपस्थित हुए थे। उनके आग्रह पर विशेष कोर्ट ने समय देते हुए अगली सुनवाई के लिए 15 जुलाई की तिथि तय की थी।

सीबीआइ की विशेष कोर्ट में मंगलवार को राजदेव रंजन हत्‍याकांड पर सुनवाई हुई। इसमें तिहाड़ जेल में बंद पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई। कोर्ट ने उनसे सीबीआइ के आग्रह के अनुसार लाई डिटेक्‍टर टेस्‍ट, नार्को टेस्‍ट व ब्रेन मैपिंग कराने को लेकर उनका पक्ष जानना चाहा।

इसपर शहाबुद्दीन ने कोर्ट के समक्ष कहा कि जेल में बंद होने के कारण वे अपने अधिवक्ता से सुगमतापूर्वक संपर्क नहीं कर पाते हैं। जवाब देने के लिए उन्हें और समय की जरूरत है।

विशेष सीबीआइ कोर्ट के प्रभारी न्यायिक दंडाधिकारी एके दीक्षित ने उनकी दलील को स्वीकार करते हुुए 15 जुलाई तक का समय दे दिया था। सुनवाई में पूर्व सांसद की ओर से उनके अधिवक्ता दिलीप कुमार सिंह व लड्डन मियां के अधिवक्ता शरद सिन्हा भी शामिल थे।

यह है मामला....

13 मई 2016 की शाम पत्रकार राजदेव रंजन की सिवान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनकी पत्नी आशा यादव उर्फ आशा रंजन ने सिवान टाउन थाने में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस जांच में कई लोगों की संलिप्तता सामने आई थी। इस आधार पर लड्डन मियां, मोहम्मद कैफ उर्फ बंटी, रिशु व मोहम्मद जावेद सहित छह आरोपित बनाए गए।

बाद में परिजन की मांग पर मुख्यमंत्री ने जांच सीबीआइ को सौंप दी थी। सीबीआइ इस मामले में एक अप्राथमिकी अभियुक्त सोनू कुमार सोनी के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। उसके खिलाफ जिला जज के न्यायालय में सेशन ट्रायल चलाने की प्रक्रिया चल रही है। मामले में शहाबुदीन को भी अप्राथमिक अभियुक्‍त बनाया गया है।

यहां से हर दिन सैकड़ों टन निकाला जा रहा ‘सोना’


पटना, कृष्ण कुमार

पटना : प्रदेश सरकार ने बालू की खनन पर एक जुलाई से 30 सितंबर तक रोक लगा दी है. इस आदेश को ठेंगा दिखाते हुये राजधानी से करीब 56 किमी दूर सोन नदी के किनारे बसे कोइलवर इलाके में लाल बालू का अवैध खनन धड़ल्ले से हो रहा है. इसे इलाके में ‘सोना’ भी कहा जाता है.

इससे सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व की प्रतिदिन हानि हो रही है, वहीं खनन माफिया फल-फूल रहे हैं. सारण जिले के डोरीगंज इलाके से करीब 300 नाव कोइलवर इलाके में हर दिन आते हैं. वे सोन नदी से सैकड़ों टन बालू का खनन करते हैं. एक नाव में करीब तीन से पांच ट्रक बालू लादा जाता है. वहीं भोजपुर जिले के कोइलवर में सोन नदी पर करीब 1400 मीटर लंबी रेल व सड़क पुल है. पुल के नीचे सोन नदी में दक्षिण में 2000 फीट और उत्तर में 1000 फीट की एरिया में खनन पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने प्रतिबंध लगा रखा है.

कोइलवर-बक्सर तटबंध को भी काट डाला

खनन माफियाओं की निडरता आलम यह है कि ट्रक से बालू ढुलाई करवाने के लिए उन्होंने टीबी सेंटोरियम के पास कोइलवर-बक्सर तटबंध को भी काट डाला है. इसका नुकसान यह है कि सोन नदी में बाढ़ आने पर उसका पानी तटबंध पार कर लोगों की घरों में घुस जायेगा. यही नहीं कोइलवर स्टेशन के ठीक नीचे पुल केदूसरी तरफ रेलवे का बेरियर भी तोड़ दिया गया है. इन दोनों जगहों से ट्रकों को सोन नदी में ले जाया जाता है.

रेलवे बैरियर तोड़ डाला

जहां रेलवे का बेरियर तोड़ा गया है, वहां ठीक बगल में ब्रॉडसन कमोडिटीज प्रालि. का चालान ऑफिस है. यहीं से होकर नदी घाट से बालू लेकर आने वाले वाहन चालान कटवाते हैं. इस जिले की बालू घाटों का महत्व इसलिये है कि प्रदेश सरकार को यहां से सबसे ज्यादा राजस्व मिलता है. साल 2017 के पंचांग वर्ष में सरकार को एक अरब दो करोड़ 99 लाख 85 हजार 819 रुपये मिले।

तेजस्वी की जगह ले सकती हैं लालू की बेटी रोहिणी आचार्य, जानें उनके बारे में कुछ अहम बातें


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

बिहार में जारी राजनीतिक संकट के बीच राजद सुप्रीमो लालू यादव ने एक नया रास्ता ढूंढ़ निकाला है. सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव राष्ट्रपति चुनाव के बाद इस्तीफा दे सकते हैं. ऐसे में तेजस्वी की जगह लालू यादव की पुत्री रोहिणी लेंगी. रोहिणी की ताजपोशी से बिहार में जदयू और राजद की सरकार बच सकती है. खबर यह भी है कि सोनिया गांधी ने बिहार में महागंठबंधन की सरकार को बचाने के लिए बीच का रास्ता निकालने की बात कही है. ऐसे में संभव है कि लालू यादव की नयी उत्तराधिकारी रोहिणी बन जायें. खबर यह भी है कि तेजस्वी के इस्तीफे और रोहिणी की ताजपोशी के संबंध में लालू यादव आज फैसला ले सकते हैं. आज एक कार्यक्रम में मंच पर जिस तरह उपमुख्यमंत्री के नाम को ढंका गया वह भी बहुत कुछ संकेत दे रहा है.

जानें कौन हैं रोहिणी.....

रोहिणी लालू यादव की दूसरी बेटी हैं जिन्हें रोहिणी आचार्य के नाम से ज्यादा जाना जाता है. इन्होंने मेडिकल की पढ़ाई की है. वर्ष 2002 में इनकी शादी अमेरिका के एक कंप्यूटर इंजीनियर समरेश सिंह से हुई है. रोहिणी लालू यादव की एकमात्र ऐसी संतान हैं, जिनपर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है. लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती भी इन दिनों भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी हुई हैं . ईडी ने मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार के ठिकानों पर भी छापेमारी की है. यही कारण है कि लालू यादव रोहिणी यादव का नाम सामने ला रहे हैं.

पटनावासी अबतक नहीं भूले रोहिणी की शादी

रोहिणी का नाम भले ही ज्यादा जाना पहचाना ना हो, लेकिन पटनावासी रोहिणी की शादी को बखूबी याद करते हैं. रोहिणी की शादी काफी भव्य तरीके से हुई थी और इनकी शादी में लालू यादव के साले साधु यादव ने दबंगई दिखाते हुए शो रूम से कई गाड़ियों को उठवा लिया था. एक अणे मार्ग से हुई इस शादी में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे.

लालू -राबड़ी की हैं सात बेटियां

लालू यादव और राबड़ी देवी की सात बेटियां हैं. सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती हैं, जिनका विवाह सॉफ्टवेयर इंजीनियर शैलेश कुमार से हुआ है. दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य हैं, जिनकी शादी अमेरिका में रहने वाले कंप्यूटर इंजीनियर समरेश सिंह से हुई है. तीसरे नंबर पर चंदा सिंह हैं जिनकी शादी एयरलाइंस के पायलट विक्रम सिंह से हुई है. चौथे नंबर पर रागिनी यादव है जिनकी शादी समाजवादी पार्टी के विधायक जीतेंद्र सिंह के बेटे राहुल यादव से हुई है. पांचवें नंबर पर हेमा यादव हैं, जिनकी शादी एक राजनीतिक परिवार में विनीत यादव से हुई है. छठे नंबर पर अनुष्का राव हैं जिनकी शादी हरियाणा के एक मंत्री अजित सिंह के बेटे चिरंजीवी राव से हुई है और सातवें नंबर पर है राजलक्ष्मी सिंह जिनकी शादी मुलायम सिंह यादव पोते तेजप्रताप सिंह से हुई है.

Friday, July 14, 2017

सूबे में बढ़ा अपराध का ग्राफ : नित्यानंद राय


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

सारण : प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि सूबे में अपराध का ग्राफ बढ़ गया है. पुलिस क्राइम रोकने में असफल साबित हो रही है. सरकार दिशाहीन हो गयी और विधि-व्यवस्था चौपट. वे शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सूबे में घट रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर भाजपा नजर बनाये हुए है. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से जो भी निर्देश आयेगा, उस हिसाब से आगे की रणनीति बनेगी।

कश्मीर के त्राल स्थित सटोरा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू

बिग ब्रेकिंग


कश्मीर के त्राल स्थित सटोरा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। फिलहाल 2 आतंकियों के मारे जाने की ख़बर है। कई और आतंकी छिपे होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है। जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़े आतंकी हमले की आशंका के चलते अलर्ट जारी किया गया है।


रेलवे होटल घोटाला मामला: CBI कसेगी नकेल, अग्रिम जमानत की तैयारी में जुटे लालू


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। सीबीआइ की गिरफ्तारी से बचने के लिए रेल होटल घोटाले में फंसा लालू परिवार अब अग्रिम जमानत की तैयारी में है। इस मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी आरोपित हैं।

तेजस्वी के इस्तीफे के लिए महागठबंधन के साथी दल जदयू के नैतिक दबाव और भाजपा की आक्रामक बयानबाजी से पूरा परिवार परेशान है। भ्रष्टाचार के नए मामले ने लालू के उत्तराधिकारी के रूप में पेश किए जा रहे तेजस्वी के राजनीतिक भविष्य को दांव पर लगा दिया है। एक-दो दिनों के भीतर दिल्ली में जमानत याचिका दाखिल की जा सकती है, ताकि उन्हें जेल न जाना पड़े।

रेलवे होटल को लीज पर देने के मामले में बेनामी संपत्ति बटोरने के लिए साजिश और धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए सीबीआइ ने लालू परिवार के तीन सदस्यों को नामजद अभियुक्त बनाया है। सभी पर गैरजमानतीय धारा लगाई गई हैं।

सीबीआइ अगर इस मामले में गिरफ्तारी का रास्ता अख्तियार करती है तो तेजस्वी के सामने इस्तीफे के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचेगा और परिवार राजनीतिक हैसियत खतरे में पड़ जाएगी। ऐसी संकट वाली स्थिति से बचने के लिए अग्रिम जमानत ही दिख रहा। लालू परिवार देश के शीर्षस्थ वकीलों की राय ले रहा।

लालू भी कर रहे मोर्चाबंदी......

लालू प्रसाद ने अपने परिवार के खिलाफ दर्ज हो रहे नए केस में बचाव के लिए देश के शीर्षस्थ वकीलों से संपर्क किया है। उनसे राय ली जा रही। इसके पहले चारा घोटाले के एक मामले में राजद की ओर से राज्यसभा में भेजे गए वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी सुप्रीम कोर्ट में लालू का पक्ष रखते रहे हैं।

एजेंसियों को पता है कि देश के एक बड़े राजनीतिक परिवार के खिलाफ जांच में एक चूक भी उनकी मेहनत पर पानी फेर सकती है। जांच एजेंसियां दो स्तर पर काम कर रही हैं। पहला पुराने सबूतों का गंभीरता से अन्वेषण किया जा रहा है। दूसरा नए मामले एवं सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं।

घेर रहीं एजेंसियां....

लालू परिवार पर सीबीआइ, प्रवर्तन निदेशालय एवं आयकर का शिकंजा कस रहा। रेल होटल घोटाले में एफआइआर में सीबीआइ ने प्रारंभिक जांच के निष्कर्ष भी लिखे थे। यानी पूरी तैयारी के साथ एफआइआर हुई और छापेमारी की गई।

पांच जुलाई- सीबीआइ ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव समेत आठ लोगों के खिलाफ दिल्ली में एफआइआर दर्ज की

सात जुलाई- सात जुलाई को लालू के पटना स्थित सरकारी आवास समेत देशभर के १२ ठिकानों पर छामेपारी की गई

लालू प्रसाद और उनके परिवार के दो अन्य सदस्यों तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी से सीबीआइ अगले सप्ताह पूछताछ कर सकती है। सीबीआइ दिल्ली तलब कर उनसे पूछताछ करने वाली है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सीबीआइ ने रेल मंत्रलय के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को भी अपने रडार पर ले रखा है।

ये वैसे अधिकारी हैं, जिन्होंने लालू प्रसाद के रेलमंत्री रहते उनके साथ काम किया है। रेलवे के होटलों को लीज पर दिए जाने में इनकी भी भूमिका रही है। सीबीआइ ने मंत्रलय से वर्ष 2004 से 2007 के बीच वैसी फाइलों की मांग की है, जिसमें बतौर रेलमंत्री लालू ने महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।

ये सभी फाइलें रेलवे के वाणिज्यिक कामकाज से संबंधित हैं। मंत्रालय द्वारा ये फाइलें 14 जुलाई तक सीबीआइ को उपलब्ध करा दी जाएंगी। सूत्र बताते हैं कि छापेमारियों में सीबीआइ को कोचर बंधुओं और आइआरसीटीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक पीके गोयल के ठिकानों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं।

जदयू नेता के बड़े बोल, घमंड ना करे राजद, नीतीश की चुप्पी टूटी तो अच्छा ही होगा


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

 पटना। बिहार में महागठबंधन में मचे सियासी तूफान के बीच आज जदयू नेता संजय सिंह ने राजद नेता भाई वीरेंद्र को जवाब देते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि राजद घमंड ना करे और 80 सीटों की धमकी ना दें। वो जो कहेंगे एेसा ही होगा, एेसा संभव नहीं।

उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में राजद को नहीं नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री फेस पर बिहार की जनता ने वोट दिया है। अगर अकेले ताकत दिखाने का भ्रम पाल रहे हैं तो  2013 के चुनाव में क्यों 23 सीटों पर ही राजद सिमट गई थी।

संजय सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने चुप्पी साध रखी है इसका ये मतलब नहीं कि कोई भी कुछ भी बोल दे? कोई भी अपनी ताकत दिखाने की धमकी दे। नीतीश कुमार की चुप्पी टूटी तो कुछ अच्छा ही होगा, वक्त का इंतजार करना चाहिए।

दरअसल गुरुवार को राजद के नेता भाई वीरेंद्र ने कहा था कि हमारे पास 80 विधायकों की बड़ी संख्या है, हम सबसे बड़ी पार्टी हैं और इसीलिए हम जो कहेंगे वही होगा। उनके इस बयान से महागठबंधन में दरार गहरा गई है।

Thursday, July 13, 2017

ये क्‍या बोल गए सुशील मोदी ? निर्भया के रेपिस्‍ट से कर दी तेजस्वी की तुलना


पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव व उनके परिवार पर लगातार हमलावर भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी अपने विवादित ट्वीट को लेकर फिर चर्चा में हैं। उन्‍होंने तेजस्‍वी की तुलना दिल्‍ली गैंगरेप व मर्डर के चर्चित 'निर्भया कांड' के नाबालिग आरोपी से कर दी है।

विदित हो कि घोटालों के आरोपों को ले एफआइआर पर अपनी सफाई में डिप्‍टी सीएम तेजस्‍वी यादव के कहा कि उस वक्‍त उन्‍हें दाढ़ी-मूंछ तक नहीं थी और उनकी उम्र 13 या 14 वर्ष थी। ऐसे में वे भला कैसे घोटाला कर सकते हैं? इसपर प्रतिक्रिया देते हुए सुशील मोदी ने तेजस्‍वी की तुलना निर्भया कांड के आरोपी से करते हुए लिखा कि घटना के वक्‍त उसे भी दाढ़ी-मूंछ नहीं थी।

सुशील मोदी ने ट्वीट किया कि जब कोई बिना मूंछ वाला निर्भया जैसा जघन्य बलात्कार कांड कर सकता है तब कागजी हेराफेरी से संपत्ति क्यों नहीं बना सकता? इस ट्वीट में सुशील मोदी ने कहीं भी तेजस्वी का नाम सीधे तौर पर नहीं लिखा है, लेकिन संदर्भ बिल्कुल साफ है।

कोर्ट का अनोखा फैसला: वकील और पुलिस के सामने शादी करो, जमानत लो




पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना। बेगूसराय कोर्ट में एक अनोखा फैसला सुनाया गया है। कोर्ट ने एक प्रेमी जोड़े को शादी करने की इजाजत दी लेकिन शर्त ये थी कि प्रेमी को तभी जमानत मिलेगी जब वो पुलिस और वकील के सामने शादी करेगा।

इस फैसले के तुरंत बाद ही कोर्ट कैंपस में मौजूद पुलिस और वकील के समक्ष ही प्रेमी ने प्रेमिका के साथ शादी की, उसकी मांग भरी और साथ निभाने का वादा किया, जिसके बाद उसे अग्रिम जमानत दी गई।

इस फैसले के बाद कोर्ट में मौजूद लोगों के लिए यह शादी कौतूहल का विषय बना रहा और इस अनोखी शादी को देखने के लिए कोर्ट परिसर में लोगों की भीड़ लग गई। प्रेम प्रसंग में फरार चल रहे लड़के की आखिरकार कोर्ट कैंपस स्थित हनुमान मंदिर में शादी रचाई गई।

बताते चलें कि बखरी थानाक्षेत्र के बखरी गांव की रहने वाली लड़की निशा और लक्ष्मण तांती करीब दो वर्षो से एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे लेकिन दोनों के परिवार को उनके प्यार पर एतराज था। परिजनों की नाराजगी को देखते हुए दोनों घर से भाग निकले।

जिसके बाद लड़की के परिवार वालों ने बखरी थाना में लड़के पर लड़की को अपहरण करने का आरोप लगा दिया।जिसके बाद बखरी पुलिस दोनों को ढूंढ रही थी। गुरुवार को दोनों ने कोर्ट में आत्म समर्पण कर अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई, जिसे कोर्ट ने मंदिर में शादी करने की शर्त पर मंजूर कर लिया और शादी के बाद लड़का और लड़की को परिवार वालों को सौप दिया गया।

बहरहाल, अब दोनों प्रेमी-प्रेमिका अपनी शादी के  बाद काफी खुश हैं। दोनों के प्यार पर अब तो कोर्ट की मुहर लग गई है।
 
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